Thursday, May 16th, 2024

पशु चिकित्सक को बना दिया टूरिज्म इंस्टीट्यूट का डायरेक्टर

भविष्य दांव पर लगने विद्यार्थियों ने शुरू किया प्रवेश निरस्त कराना

विभाग नहीं कर सका मापदंडों के मुताकि फैकल्टी की भर्तियां

भोपाल
सूबे के एक मात्र मप्र स्टेट इंस्टीट्यूट आफ हास्पिटलिटी ट्रेवल एंड टूरिज्म स्टडीज पर्यटन विभाग की लापरवाही का शिकार हो गया है। इसके संचालनकी जिम्मेदारी एक पशु चिकित्सक को सौंपी गई है। इससे इंस्टीट्यूट में पढ़ने वाले सैकड़ों विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लग गया है। इसलिए वे ऐसी लापरवाही और सुविधाओं अभाव में अपना प्रवेश निरस्त कराने लगे हैं।

मप्र स्टेट इंस्टीट्यूट आफ हास्पिटलिटी ट्रेवल एंड टूरिज्म स्टडीज अनियमितताओं से घिरा हुआ है। इसमें स्मार्ट क्लास, वाहन, हास्टल और उचित मापदंडों की फैकल्टी का अभाव बना हुआ है। जबकि हर साल सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थियों के प्रवेश हो रहे हैं। उक्त सुविधाओं के अभाव में विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लग गया है। हद तो जब हो गई जब पर्यटन विभाग ने एक पशु चिकित्सक को इंस्टीट्यूट का डायरेक्टर नियुक्त कर दिया है। ये पहला मौका नहीं हैं। जब विभाग ने कोई अनुभवी टूनिज्म या मैनेजमेंट में हास्पिटालिटी और पर्यटन कोर्स शुरू होने के बाद अनुभवी व्यक्ति को इंस्टीट्यूट की जिम्मेदारी नहीं सौंपी है। अभ तक नौ प्रिंसिपल और डायरेक्टर नियुक्त हो चुके हैं, जिसमें कोई भी टूरिज्म और मैनेजमेंट के के दो व्यक्ति छोढ़ शेष अन्य विभागों से नियुक्त किया गया।

2013 से अब तक के डायरेक्टर
सबसे पहले 2013 में स्कूल विभाग के आरएस तोमर, विश्रुत आचार्य एयर इंडिया, शरद नौतियाल होटल मैनेजमेंट, बीएस एमपीआईएचटीटीएस, आरएन टूरिज्म कारपोरेशन, पशु चिकित्सक गगन सक्सेना विटनरी विभाग, प्रोफेसर मनोज सिंह उच्च शिक्षा विभाग और वर्तमान में पशु चिकित्सक प्रशांत कुमार सिंहा का नियुक्त किया गया है, जिन्होंने आपनी आमद कागजों में दर्ज नहीं की है, लेकिन वे लगातार इंस्टीट्यूट में आ रहे हैं।

2017-18 में आए कोर्स
विभाग ने 2013 में स्कील आफ डेवलमेंट प्रोग्राम के तहत इसका संचालन शुरु किया। इसके बाद 2017-18 में बीबीए हास्पिटालिटी, बीबीए पर्यटन के तीन-तीन वर्षीय कोर्स शुरू किए। इस दौरान पशु चिकित्सक गगन सक्सेना विटनरी विभाग, प्रोफेसर मनोज सिंह उच्च शिक्षा विभाग और वर्तमान में पशु चिकित्सक प्रशांत कुमार सिंहा को डायरेक्टर नियुक्त किया गया।

पशु चिकित्सक का विरोध
प्रो. सिंह को डायरेक्टर बनाने पर इंस्टीट्यूट के कर्मचारियों ने विरोध किया था। इसी दिन विभाग ने पशु चिकित्सक पीके सिंहा को डायरेक्टर नियुक्त कर दिया। एक पशु चिकित्सक सिंहा को डायरेक्टर बनाने पर कर्मचारियों में काफी रोष है। विभागीय लापरवाही के कारण विद्यार्थी अपने प्रवेश निरस्त कराने लगे हैं।

 

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